दिल्ली में हाल ही में स्कूल फीस बढ़ोतरी को लेकर राजनीतिक घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष की नेता आतिशी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) निजी स्कूलों को सालाना 10 प्रतिशत फीस बढ़ाने का अनियंत्रित अधिकार देने की मंशा रखती है। दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद के कार्यालय ने इन दावों का खंडन किया। आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “दिल्ली भर में अभिभावक इस बात से घबराए हुए हैं कि निजी स्कूलों ने अपनी फीस में काफी वृद्धि कर दी है। कई स्कूलों ने फीस में 30, 40, 50 और 60 प्रतिशत की वृद्धि की है और कुछ मामलों में तो 80 प्रतिशत तक की वृद्धि की है।”
इसे भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हाथापाई, AAP विधायक मेहराज मलिक के बयान पर बवाल, BJP ने लगाया बड़ा आरोप
भाजपा पर निजी संस्थानों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि रविवार, 6 अप्रैल को दोपहर 1 बजे शिक्षा मंत्री आशीष सूद के आवास पर शीर्ष निजी स्कूल मालिकों के साथ एक बैठक हुई। इस बैठक में स्कूलों को आश्वासन दिया गया कि फीस बढ़ोतरी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी और भाजपा के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार जल्द ही एक आदेश जारी करेगी, जिसमें निजी स्कूलों को सालाना 10 प्रतिशत फीस बढ़ाने की अनुमति होगी। दिल्ली में बेलगाम फीस बढ़ने का कारण है प्राइवेट स्कूलों और भाजपा की साँठ-गाँठ है।
इसे भी पढ़ें: Delhi: प्राइवेट स्कूलों में फीस बढ़ोतरी पर रेखा गुप्ता सरकार सख्त, AAP के आरोपों पर भी पलटवार
वहीं, आतिशी ने एक्स पोस्ट में लिखा कि इस साँठ-गाँठ के सूत्रधार हैं – भरत अरोड़ा। ये प्राइवेट स्कूलों की संस्था – ‘Action Committee for Private Schools’ के चेयरमैन हैं, और सालों से फीस की बढ़ोतरी के लिए लड़ते आए हैं। यह भाजपा के पदाधिकारी हैं, और रेखा गुप्ता जी के चुनाव प्रचार में प्रमुखता से शामिल थे। मैंने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी को पत्र लिख कर तुरंत प्रभाव से बढ़ी हुई फीस रोकने की माँग की है। साथ ही श्री भारत अरोड़ा जी के अनुचित प्रभाव की जाँच की भी माँग की है।